किसने मांग की थी कि मान सरकार घर-घर आटा पहुंचा रही है : सुखपाल सिंह खैहरा
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
चंडीगढ़ : पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली कैबिनेट की तरफ से लिए कुछ फैसलों पर सीनियर कांग्रेसी नेता और विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने किंतु-परंतु किया है। उन्होंने कहा कि मान सरकार की तरफ से पंजाब बीच वाले लाभपात्रियों को गेहूं देने की बजाय उनको आटा पीस कर देने और यह स्कीम घर-घर तक पहुंचाने पर लिए फैसले के साथ पंजाब सरकार के खजाने पर 670 करोड़ रुपए का अधिक वार्षिक बोझ पड़ेगा।
सुखपाल खैहरा ने कहा कि राज्य बीच वाले 1.59 करोड़ लाभपात्री, जो पिछली सरकारों के समय से गेहूं ले रहे हैं, उन्होंने कभी आटा लेने की मांग नहीं की और न ही उन्होंने यह स्कीम अपने घरों तक पहुंचाने की ही मांग की है। इस स्कीम को ऐलान से पहले डिपो होल्डरों को भरोसे में नहीं लिया गया। खैहरा ने कहा कि इस स्कीम को लागू करने के लिए शरारती माइंड इस्तेमाल कर घपला करन की कोशिश की जा रही है। खैहरा ने कहा कि मान सरकार ने अस्तित्व में आने के बाद 7 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया है और इस कर्जे में से आटा स्कीम को भुगताने की कोशिश की जाएगी।
इसे दौरान राज्य भर के राशन डिपो होल्डरों की तरफ से आटा स्कीम लागू करने और इसको घर-घर पहुंचाने के लिए सरकार के फैसले का सख्त विरोध किया गया है। डिपो होल्डरों का कहना है कि मान सरकार का हरा पैन सबसे पहले डिपो होल्डरों के रोजगार छीनने पर चला है। उन्होंने कहा कि वह सरकार के इस फैसले विरुद्ध कोई एक्शन लेने के मूड में हैं या माननीय हाईकोर्ट में भी जा सकते हैं क्योंकि उनको इस स्कीम संबंधी भरोसो में नहीं लिया गया।
(जी.एन.एस)